आजकाज्ञानआधुनिकज्ञान
- अगर पति handsome हो,
तो उसमें दिमाग़ कम होगा। - अगर पति अक़्लमंद हो तो,
वह बहुत serious स्वभाव का होगा। - अगर पति बहुत अमीर हो तो,
वह खड़ूस होगा। - अगर पति बहुत मेहनती हो,
तो उसके पास पत्नी के लिए वक्त नहीं होगा। - अगर पति बहुत ज़्यादा ज़िम्मेदार हो,
तो वह बिलकुल romantic नहीं होगा। - अगर पति पढ़ा-लिखा हो,
तो वह कभी अपनी गलती नहीं मानेगा। - अगर पति चालाक हो,
तो वह हर बात पर झूठ बोलेगा।
आपको हमारी प्रस्तुति कैसी लगी ?

स्त्री जब प्रेम करती है
पहले तमाम उन चीजों को पक्ष में करती है जो उसके प्रेम में बाधक होती हैं!
उसका प्रारंभिक अमूल्य समर्पण ही अद्वितीय होता है!
अद्भुत आत्मविश्वास होता है उसमें प्रेम के वक्त और अपूर्व साहस भी,, तभी नाउम्मीदीओं के द्वार बंद कर प्रेम के शीर्ष को प्राप्त करती है!
प्रेम स्त्री का पूर्णकालिक कृत्य है जबकि पुरुष के लिए दिनभर के तमाम कामों से एक!
वो आगे बढती है
अपनों से लडती है!
पुरुष से आपेक्षित समतुल्यता का भाव रखती है और यही जोखिम भी होता है उसके लिए!
कभी नदी में स्वतंत्र विचरण करने वाली मछली अंततः पानी के एक डिब्बे में बंद हो जाती है
फिर वो
घूंट घूंट पानी पीती है
बूंद बूंद प्रेम सोचती है
स्त्री अगर कहीं ठगी गईं तो सिर्फ प्रेम में!

एक महिला भागी भागी डाक्टर के क्लिनिक पर गईं, वी थोड़ी घबराई और सहमी हुई थी।
डाक्टर साहब की नज़र उस खूबसूरत महिला पर पड़ी तो उसे नंबर से पहले बुलवा लिया।
“जी, क्या प्राब्लम है आपकी?” डाक्टर ने पूछा। (डॉक्टर थोड़े दिलफेंक किस्म के थे)
महिला: “जी मुझे कोई प्राब्लम नहीं है.. प्राब्लम मेरे हसबैंड की है मुझे लगता है कि वो मानसिक रोगी होते जा रहे हैं।”
डाक्टर: “अच्छा, क्या करते हैं? आप पर हाथ उठाते हैं या आपके साथ मिसबिहेव करते हैं?”
महिला: “नहीं नहीं, धमकियां देते हैं और ये भी कहते हैं कि “मेरा हिसाब कर दो”.. “मेरा हिसाब कर दो।”
डाक्टर: “आप परेशान न हों, कहां हैं आपके हसबैंड साथ नहीं लाए आप उनको?”
महिला: “डाक्टर साहब, मैं उनको साथ नहीं ला सकती थी, वो घर पर हैं”।
डाक्टर: “जी, मैं समझ सकता हूँ।”
डाक्टर साहब हर खूबसूरत औरत के साथ गहरा रिश्ता बना लेते थे।
महिला: अगर आप अपनी गाड़ी और ड्राइवर मेरे साथ भिजवा दें तो मैं अपने हसबैंड को आसानी से ले आऊंगी।”
डाक्टर ने अपने ड्राइवर को आदेश दिया कि मैडम के साथ जाओ.. अब महिला क्लिनिक से निकलकर गाड़ी में बैठ गईं और ड्राइवर से कहा कि फलां ज्वैलरी शाॅप ले चलो।
ज्वैलरी शाॅप आते ही महिला काफी नाज़ो अंदाज से उतरीं और शाॅप में चली गईं.. एक बहुत ही महंगा सा सेट पसंद किया पैक करवाया और जब पेमेंट की बारी आई तो…
महिला बोलींः “मैं फलां डाक्टर की वाइफ हूँ अभी मुझे ये सेट लेना बहुत जरूरी था इसलिये जल्दी में आ गई मेरे पास पूरे पैसे भी नहीं हैं और न ही कार्ड है.. आप मेरे साथ अपने शाॅप के किसी आदमी को भेज दीजिये और डाक्टर साहब पेमेंट दे देंगे।”
ज्वैलरी शाॅप के मालिक ने सोचा कि बड़ा अमाउंट है मुझे ही जाना चाहिए इस बहाने घूम भी लूंगा और वो जाकर गाड़ी में बैठ गये..पर महिला गाड़ी में नहीं बैठीं और ड्राइवर से कहा कि इनको डाक्टर साहब के पास ले जाओ..
ड्राइवर ज्वेलरी शाॅप के मालिक को लेकर क्लिनिक पहुंचा और डाक्टर से बोला कि “मैडम नहीं आईं मगर उन्होंने इन साहब को भेजा है।”
डाक्टर साहब ने धीरज रखते हुए ड्राइवर के साथ आए सज्जन को देखा और इंतज़ार करने को कहा .. जब उनकी बारी आई तो डाक्टर साहब बड़े नरम लहजे में बोलेः “हां तो बताइये जनाब, कैसे हैं आप?
ज्वेलरी शाॅप के मालिक ने जवाब दियाः “जी डाक्टर साहब, मैं ठीक हूँ।”
डाक्टर साहबः “तो क्या परेशानी और तकलीफ है आपको?”
ज्वेलरी शाॅप का मालिक: “डाक्टर साहब”
“मेरा हिसाब कर दीजिये।”…😎😜..
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