आधुनिक समाज की नई पीढ़ी का काला सच

आधुनिक समाज की नई पीढ़ी का काला सच

“तबाह हो कर भी तबाही दिखती नहीं,

ये इश्क़ है हुज़ूर…इसकी दवाई बिकती नहीं”…!!!

🖤🖤

स्त्रियाँ वो हैं जो अपनी पूरी ज़िंदगी एक नापसंद इंसान के साथ बिता देती हैं वो भी इसलिए कि माँ-बाप को कोई तक़लीफ़ न हो।

लोगों की हकीकतो से वाकिफ होकर भी..
उनसे मुस्कुरा कर मिलना हुनर है ।
हमारा बेवकूफी नहीं …..!!!

आधुनिक समाज की नई पीढ़ी का काला_सच

जब मेरी शादी हुई तो, उस वक्त दिन रात प्यार करती थी अपने पति से, हमेशा मन करता की उन्ही के साथ लिपटी रहूं, उन्हें अपने बगल में देख मैं खुद के ऊपर से कंट्रोल खो देती थी ।

लेकिन जैसे ही एक और दो हफ्ता बीता, जो भी हमारे सामने आता एक ही बात करता था ?

अब जल्दी से बच्चा दे दो, दूधो नहाओ पूतो फलो, ये बात सुन सुन कर ऐसा लग रहा था मानो की लोगो ने हमारी शादी सिर्फ इसी लिए कराई है की उन्हें एक बच्चे की जरूरत है

पर मैं और मेरे पति पढ़े लिखे थे, हमे पता है बच्चे को जिम्मेदारी एक बड़ी जिम्मेदारी है, इस लिए हम दोनों ने पहले ही सोच लिया था की पहले दो साल तो अपनी शादी का फेस एंजॉय करेंगे उसके बाद बच्चे के बारे में सोचा जाएगा ।

मेरे पति काफी रोमांटिक मूड के हैं, और मैं उनसे भी 4 गुना ज्यादा रोमांटिक हूं ।

तो दोनो का मूड बनाते देर नही लगती थी, कई बार तो ऐसा हुआ की मूड बन गया है लेकिन हमारे पास प्रोटेक्शन नही होता था,
लेकिन गर्म जोशी में हमने बिना किसी प्रोटेक्शन के सब कर लिया ?

सुबह होती तो इस बात की चिंता सताने लगती की अब क्या होगा कल रात तो बिना प्रोटेक्शन के सब हो गया ।

गर्भ निरोधक गोली खा ली मैंने, लेकिन हम किसी भी कीमत पर बच्चे के लिए तैयार नहीं थे ।

मेरी 3 सहेलियां थी, 3 के बच्चे शादी के डेढ़ साल के भीतर हो गए थे,

लेकिन हमे पता था, की ज्यादा समय तक गर्भनिरोधक दवाई जैसे i pill लेना ठीक नही है, डॉक्टर को दिखाया, तो उन्होंने प्रतिदिन खाने वाली एक दवा दे दी

और बोला जब भी बच्चा करना हो इस 23 दिन पहले ओस दावा को बंद कर देना

हम पूरे 2 साल इस दावा का सेवन किए और अपनी शादी शुदा जिंदगी को एंजॉय किया

अब 2 साल बाद जब बच्चा पैदा करने की स्थिति आई तो हम लोगो ने बहुत ट्राई किया पर मैं गर्भ से नही हो पाए
जब डॉक्टर को दिखाया तो पता चला मेरी नली सुख चुकी है इस वजह से मैं अभी बच्चा कंसीव नही कर पाऊंगी
1 साल इलाज के बाद मेरी रिपोर्ट आती है, और मैं स्वास्थ्य रहती हूं लेकिन लेकिन फिर भी बच्चा नहीं होने पर इस बार पति की भी जांच होती है,
उसकी रिपोर्ट में निकला की अत्याधिक संबंध बनाने से वीर्य की क्वालिटी खराब है, फिर दुबारा उनके इलाज में 1 साल का समय चला गया

कुल मिलाकर जब हमारी उम्र थी बच्चा पैदा करने की तो पढ़े लिखे हीरो हीरोइन को देख कर हमने फैसला लिया ।

लेकिन अब जरूरत है तो हर कोशिश के बाद भी मैं मां नही बन पा रही हूं ?
आज मुझे समझ में आ रहा है की चंद किताब पढ़ लेने से वो ज्ञान कभी नहीं मिल सकता जो ज्ञान आप को तजुर्बा देता है ।

बड़े बुजुर्ग की बात मानकर अगर मैने पहले ही बच्चा किया होता तो आज मुझे ये दिन देखना नही पड़ता ।
और कुछ लोगों की शादी भी इसी वजह से टूट भी जाती है ।

इस लिए हर चीज अपने समय से होना सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।

मेरे खुलकर बोलने सेकिसी को यदि बुरा लगे तो माफी चाहता हूं🙏

आपको हमारी प्रस्तुति कैसी लगी ?

अपने अनमोल विचार कमेंट्स में जरूर दीजियेगा 🙏

आपमें इंसानियत है तो विचार अवश्य करियेगा…!!
टूथपेस्ट करके साँस छोड़ी, लड़की खींची चली आई…
परफ्यूम लगाया, २-४ लड़कियाँ आकर लिपट गई….
सेविंग की, देखकर लड़की मर मिटी….. नई लांच बाइक लेकर निकले तो लड़की खुद से पीछे आकर बैठ गयी….

मतलब पुरुषों से संबंधित चीजों के विज्ञापन का सार यही है कि मंजन करो,लड़की पटाओ….. परफ्यूम लगाओ,लड़की पटाओ….. क्रीम लगाओ लड़की पटाओ….. जैसे लड़की भावनाएं,प्रेम कुछ नही देखती बस मंजन, परफ्यूम और बाइक देखती है…….

वो असल मे समाज का मनोविज्ञान जानते हैं….. पर आपको कभी ये बेज्जती नही लगती क्या…… क्या एक विवाहित और पत्नी के लिए समर्पित पुरुष परफ्यूम इसीलिए लगाता है…. मंजन इसीलिए करता है कि लड़की पटा सके….. नही…. कतई नही…..

यही है स्त्री का बाजारीकरण….. पूंजीवाद कभी नैतिकता नही देखता…… वो सिर्फ मुनाफ़ा देखता है….. आपको ये कुछ भी लगता हो पर मुझे स्त्री, पुरुष दोनो के सम्मान पर चोट लगते हैं ऐसे विज्ञापन…….

मेरा आपसे सवाल है कि क्या स्त्री को परफ्यूम, मंजन,क्रीम लगाकर बिस्तर तक ले जाया जा सकता है…. ??
क्या पूंजीवाद मे इतना सस्ता हो गया है आपका वजूद…. ??


ऐसी ही और दिलचस्प, मार्मिक,प्रेरणादायक, प्रस्तुति के लिए आप हमें फॉलो करके सहयोग करें 🙏
🙏धन्यवाद🙏

आधुनिक #समाज #रिश्ते #परिवार #परेशानी #चिंता #प्रेरणा

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top