कभी कभी कुछ ऐसा भी

कभी कभी कुछ ऐसा भी

कभी कभी कुछ ऐसा भी 😂😂😂

कितना रोकूं अपने मन को,
कितना मौन टटोलूं,
बदोबदी सी तेरी मोहब्बत,
झूठ कहां तक बोलूं..
आग लगे तेरे आइफोन को,
भाड़ में जाए कार,
कि अब हमसे नहीं होगा प्यार..

मीठी-मीठी बातें करके,
मुझे रिझाने वाले,
बाबू शोना जादू टोना,
थाना थाने वाले,,
कही निगाहें रहती गुपचुप,
लगता कहीं निशाना
दिखे जहां पर इन्हें कबूतर,
झपट के डाले दाना,
सीरत से क्या लेना देना,
सूरत से इकरार,
कि अब हमसे नहीं होगा प्यार..

घंटों घंटो कान जलाएं,
फोन पे लंबी बातें,
चैन चुराएं चमक चांदनी,
फिर अंधियारी रातें,
दाल बराबर मुर्गी घर की,
जग की रीत पुरानी,
खुद लगते क्रिस गेल मगर,
ढूंढेंगे दिशा पटानी,
भले बाद में हो जाए,
बंटी का बंटाधार,,
कि अब हमसे नही होगा प्यार..!!

ए_सुनो

बहाने बहुत बनाते हो न आने के,
तस्सवुर,ख्याल,ख्वाब,मेसैंज़र,दरवाजा….
तुम आओ तो सही कितने रास्ते हैं आने के…!!!

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