“निस्तब्धता”
बिछड़ गया है तो,अब उसका साथ क्या माँगू..
ज़रा सी उम्र है , ग़म से निज़ात क्या माँगू..
वो होता अगर.. तो होती ज़रूरतें भी बहुत,
अकेली ज़ात के लिए,मैं क़ायनात क्या माँगू??
बेटों ने चलने फिरने और बोलने में असमर्थ अपने पापा रिटायर्ड मेजर को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही घर के एक कमरे में फर्श पर गद्दा लगा दिया और नेपाली नौकर को कहा, “इनका पूरा ख्याल रखना। हमें कोई शिकायत ना मिले।”
छोटे बेटे की नई शादी हुई थी। उसने हनीमून व गर्मियाँ बिताने के लिए स्विट्जरलैंड जाने का प्रोग्राम बनाया और चला गया।
बाद में दूसरे बेटे ने कनाडा एवं यू एस में और तीसरे ने रूस में छुट्टियाँ व्यतीत करने के प्रोग्राम बना कर निकल गए। जाते जाते नौकर को एक फोन देते हुए चेतावनी दी, “हमारी दो माह के बाद वापसी होगी। तुम पापा का पूरा ख्याल रखना, समय पर खाना, दूध और दवाएँ देना। पापा को तनिक भी परेशानी नहीं होनी चाहिए।”
नौकर ने सहज सहमति दे दी और वे सभी चले गए।
वे जहाँ भी जाते, आवश्यकता पड़ने पर हर जगह अपना परिचय मेजर के बेटे होने से शुरु करते और अपने पापा के साहस की कहानियाँ सुनाते …….
इधर बूढ़ा अपाहिज पिता अकेला घर के कमरे में लेटा साँसे लेता रहा। वह ना चल सकता था। ना स्वयं से कुछ माँग सकता था।
नौकर 24 घण्टों उनके पास ही रहता और समय से भोजन, पानी, दूध, दवा आदि देता रहता।
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हमारे दर्द के किस्से , हमारे गम नहीं बदले
किसी के खौफ से हमनें, कभी परचम नहीं बदले
गिरे हैं जब उठे हैं खुद, किसी का हाथ ना थामा
कभी ज़ज्बा नहीं बदला, कभी भी हम नहीं बदले
एक महिला बाज़ार से गुज़र रही थी,उसे लगा कि एक आदमी उसका पीछा कर रहा है,महिला ने रुककर पूछा,”तुम्हें क्या परेशानी है?”😊
आदमी ने कहा,”आप बहुत सुंदर हैं, मैं आप पर “फ़िदा” हो गया हूं।”❤️
महिला ने कहा “मैं तो कुछ भी नहीं हूं, मेरे पीछे मेरी बहन आ रही है,वह मुझसे भी ज़्यादा खूबसूरत है” ….उस मर्द ने ज्यों ही पीछे मुड़ कर देखा,महिला ने एक ज़ोररदार थप्पड़ रसीद करते हुए कहा…..! 🥀
“अगर मुझ पर फ़िदा होते तो, पीछे मुड़कर नहीं देखते”😂😂😂